APSARA SADHNA - AN OVERVIEW

apsara sadhna - An Overview

apsara sadhna - An Overview

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Anita sought Apsara Sadhana to improve her intimate daily life. Following various classes guided by Astrologer Ayush Rudhra Ji, she found a newfound self-confidence and allure. “I in no way considered I could appeal to the ideal companion. Now, I experience empowered and open up to love,” she shares.

हनुमान देह रक्षा मंत्र – शरीर रक्षा मंत्र- प्राण रक्षा मंत्र

Apsara Sadhana can result in heightened spiritual consciousness and intuition, helping men and women join with their greater selves plus the universe.

अप्सरा साधना के नियम - यक्षिणी के साधना के नियम

लेकिन यह ध्यान रखना चाहिए कि अप्सराएं भी देवीयों के रूप में हैं और उन्हें साधकों के उत्थान और मनोवैभव की दिशा में ही प्राप्त किया जा सकता है। उन्हें केवल संतोष, समृद्धि और आत्मिक उत्थान के लिए प्रार्थना का सहारा बनाना चाहिए।

आकर्षण शक्ति: अप्सराएं अत्यधिक सुंदर होती हैं और उनकी आकर्षण शक्ति अत्यंत प्रभावशाली होती है। वे अपने सौंदर्य और चर्म से लोगों को मोहित कर सकती हैं।

Apsaras are viewed as divine beings who reside while in the celestial realms, frequently depicted as graceful and alluring. The follow is rooted in historic texts and rituals that outline how to connect Using these celestial entities.

जल्दबाजी नहीं करें, साधना की निर्धारित अवधि में करें।

सम्मान और सामर्थ्य: अप्सरा साधना साधक को सम्मान और सामर्थ्य की भावना प्रदान करती है। यह साधना उसे अपनी more info शक्तियों और सामर्थ्य को समझने में मदद करती है और उसे सम्मानजनक जीवन जीने की सामर्थ्य प्रदान करती है।

मनोवैशिष्ट्य: अप्सराएं अनेक विविध मनोवैशिष्ट्यों से सम्पन्न होती हैं। उनकी प्रभावशाली वाणी, मुखाभिव्यक्ति, और वाणीकरण शक्ति भी उन्हें शक्तिशाली बनाती हैं।

The strategy of Apsaras has its origins in Hindu mythology which is stated in various historic texts, such as the Rigveda as well as Mahabharata.

अप्सरा के रूप में विभिन्न श्रेणियां और विशेषताएं होती हैं, जैसे कि:

अप्सरा साधना में कई तकनीकें होती हैं जो साधकों को अप्सरा देवियों के संग संवाद करने का अभ्यास कराती हैं और उन्हें आत्म-सम्मोहन और आध्यात्मिक उत्थान की दिशा में मार्गदर्शन करती हैं। यहां कुछ मुख्य अप्सरा साधना की तकनीकें हैं:

इस अप्सरा की कामेच्छा कभी शांत नहीं होती सदैब यह कामपीडित बनी रहती है इसीलिए इसका नाम कामेच्छी पडा है। इसका अनुष्ठान सरल है । सोमबार के कमलधारिणी देबी का चित्र ले। एकान्त स्थान पर रात्रि में उक्त मंत्र से पूजा कर ७ दिन तक हकीक माला से ११००० जप करे तो देबी सिद्ध हो जाती है प्रभाब स्वयं पता चलता है ।

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